मंगलवार, अप्रैल 29, 2025

प्रयागराज डेवलपमेंट अथॉरिटी: शहर के विकास की नई योजनाएं

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प्रयागराज डेवलपमेंट अथॉरिटी को पहले इलाहाबाद डेवलपमेंट अथॉरिटी कहा जाता था। जब से इलाहाबाद का नाम प्रयागराज हो गया है तब से यह ADA से PDA अर्थात प्रयागराज डेवलपमेंट अथॉरिटी बन गया है। प्रयागराज एक धार्मिक, सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक महत्व का शहर है। जिसको लगातार सुंदर, आधुनिक एवं व्यवस्थित बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। प्रयागराज विकास प्राधिकरण ना केवल शहर की सुदृढ़ बनाने अपितु नागरिक जीवन को सुगम एवं सहज बनाने का कार्य करती है। 

प्रयागराज डेवलपमेंट अथॉरिटी के उद्देश्य –

इसकी स्थापना उत्तर प्रदेश शहरी नियोजन एवं विकास प्राधिकरण 1973 के द्वारा 1974 ई. मे किया गया था। इसक पूरा अधिकार क्षेत्र लगभग 365 किमी वर्ग है। 

 जहां तक इसके निर्माण के उद्देश्यों की बात करें तो समग्र रूप से शहर का विकास करना है। जहां एक ओर सड़कों का रखरखाव, ट्रैफिक लाइट्स, सुरक्षा एवं व्यवस्था को मेन्टैन करने के लिए सीसीटीवी कैमरा, पर्यावरण का रखरखाव, स्वच्छता के साथ नागरिकों के जीवन सुगम बनाना है। 

विकास कार्यों के लिए भूमि का अधिग्रहण एवं प्रबंधन करना। बढ़ती आबदी के लिए आवास एवं वाणिज्यिक व्यवस्था करना। साथ ही सड़क, जल आपूर्ति, सीवेज समस्या आदि का ध्यान देना।

नई योजनाओं की रूपरेखा –

1. स्मार्ट सिटी परियोजना –

शहर को एक नई दशा और दिशा देने के लिए अत्याधुनिक ट्रैफिक लाइट्स, कैमरा आदि का उपयोग किया जा रहा। प्रयागराज अर्बन डेवलपमेंट के तहत शहर को सुरक्षित एवं सहज बनाने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है। 

2. आवासीय परियोजनाएं –

 नई योजनाओं के तहत शहर के मध्यम और निम्न वर्ग के लोगों के लिए आवास का निर्माण कराया जाता है। जिसमे सभी सुविधाएं प्रदान की जाती है। जिनमे खेल के मैदान के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की भी व्यवस्था होगी। 

भी PDA(पीडीए) के प्रभारी अधिकारी संपती आलोक पांडे ने जानकारी दी थी की नीम सारे मे 12 व्यवसायिक प्लॉट और नैनी आवास योजना जो की एक विश्व बैंक परियोजना है, मे 18 तथा प्रधानमंत्री आवास योजना मे कलिंदीपुरम गोकुल सेक्टर मे चार, और अंबेडकर आवास योजना मे तीन साथ ही कसारी-मसारी आवास योजन मे तीन प्लॉट खाली बताया था। बात करें इनके खरीद मूल्य की तो व्यवसायिक प्लॉट 61-71 हजार रुपये प्रति वर्ग किमी मे तथा आवासीय के साथ व्यावसायिक प्लॉट 50 हजार रुपये प्रतिवर्ग किमी मे खरीदे जा सकते है। 

3. कुम्भ मेला 2025 की तैयारी –

कुम्भ मेला जो की 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चला था उसके लिए काफी अच्छी सुविधाएं की गई थी। जिसकी व्यवस्था सड़क साफ-सफाई ठहरने का उचित प्रबंधन को ध्यान दिया गया था। 

जिसमे गंगा की सगाई “नमामि गंगे” परियोजना के रूप मे किया गया। इसकी साफ-सफाई, कचरा प्रबंधन, सीवेज समस्या का निर्माण किया जा रहा था। 

प्रयागराज डेवलपमेंट अथॉरिटी का मास्टर प्लान एवं क्षेत्रीय योजना –

इसके अंतर्गत उत्तर प्रदेश शहरी नियोजन एवं विकास 1973 की धारा 8 एवं 9 के अंतर्गत सार्वजनिक सुविधाओ आवासों एवं क्षेत्रों का निर्धारण  किया जाता है। इन प्लान के अंतर्गत औद्योगिक, व्यवसायिक, मनोरंजक एवं आवासीय क्षेत्रों को निर्धारण किया जाता है। इसके अंतर्गत स्थानीय लोगों को भी शामिल किया जाता है। साथ ही इनके विचारों को सुना तथा उनकी आपत्तियों एवं समस्याओ को दूर किया जाता है। 

मास्टर प्लान के अंतर्गत भूमि उपयोग के मूल्य को भी चेंज किया जाता है। इसके अंतर्गत सावधानीपूर्वक योजनाओ का निर्धारण कर वहाँ के लोगों की सुविधाओ के ध्यान रखते व्यवस्थित विकास निरंतर होना चाहिए। 

डिजिटलाइजेशन और नागरिक सेवाएं –

डिजिटलिकरन आज काफी तेजी से बढ़ रहा है। इसके अंतर्गत आप अपने भवन अनुमति, संपती पंजीकरण एवं अन्य सेवाओ का लाभ उठाते है। इस प्रक्रिया से ना केवल पारदर्शिता को बढ़ावा मिलता है बल्कि यह समय की भी बचत होती है।

प्रयागराज डेवलपमेंट की चुनौतियां –

तेजी से बढ़ती हुई जनसंख्या जिसको एक बुनियादी चीजों की आवश्यकता होती है। 

शहरों मे लगातार बढ़ते हुए वाहनों एवं गाड़ियों की संख्या से पर्यावरण प्रदूषण बढ़त जा रहा। जिसके कारण यातायात जाम की समस्या भी होती है। 

इन सब समस्याओं के लिए दीर्घकालीन परियोजनाएं बनाने होंगे एवं व्यवस्थित रूप से पालन करना पड़ेगा।

निष्कर्ष –

प्रयागराज विकास प्राधिकरण शहर के विकास मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसका कार्य ना केवल सड़क सफाई या रोड की मरम्मत ना होकर बल्कि आवास एव नागरिकों के अनुकूल वातावरण तैयार करना है। PDA निरंतर विकास एवं ऑनलाइन प्रक्रियाओ के माध्यम से लगातार एक आदर्श शहर बनने की ओर अग्रसर है। यह भूमि के अवैध कब्जे को अपने अधिकार मे लेकर उसको नागरिक लाभ के उपयोग मे लाती है। और यदि कोई पहले से उसपर मकान बनाकर रह रहा है तो उसका ध्यान देकर उससे निर्धारित कुछ पैसे लेकर सौंप दिया जाता है अन्यथा उन्हे 50 प्रतिशत का मूल्य प्रदान भी किया जाता है। अर्थात यह प्रयागराज के व्यवस्थित जीवनशैली के लिए प्रतिबद्ध है।  

FAQ’S

1.प्रयागराज डेवलपमेंट अथॉरिटी का मुख्य उद्देश्य क्या है?

इसका मुख्य उद्देश्य मे लोगों को उनकी बुनियादी सुविधाएं प्रदान करना साथ ही ट्रैफिक नियंत्रण, नागरिकों को उनके लिए आवास आदि की व्यवस्था करना। 

2.कुम्भ मेला 2025 की तैयारी में पीडीए क्या कर रहा है?

कुम्भ मेल की तैयारिओ मे बेसिक तौर पर साफ-सफाई, यातायात प्रबंधन एवं यात्रियों के लिए अस्थाई आवास की व्यवस्था की है। 

3.नागरिक सेवाओं को डिजिटल बनाने में पीडीए की क्या पहल है?

ऑनलाइन भवन अनुमति, संपति पजीकरण एवं अन्य सहायता प्राप्त की जा सकती है।

प्रयागराज से जुड़ी देखिए दूसरी खबर इलाहाबाद से प्रयागराज बनने पर पोस्ट –

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