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सोमवार, नवम्बर 10, 2025

प्रयागराज में खतरनाक खाँसी सिरप पर कार्रवाई: मध्य प्रदेश में Coldrif सिरप में मिला जहरीला रसायन

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प्रयागराज समेत पूरे उत्तर प्रदेश में प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है। अभी हाल में मध्य प्रदेश और राजस्थान में “Coldrif Syrup” के सेवन से 20 से ज्यादा बच्चों की जान चली गई। प्रयागराज जिला प्रशासन ने सभी फार्मेसियों और अस्पतालों पर सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है।

 ‘Coldrif Syrup’ क्यों बना खतरा का केंद्र और मुख्य जानकारी 

मध्य प्रदेश राज्य लाइसेंस प्राधिकरण ने Coldrif Syrup के एक बैच में खतरनाक विष डायथिलीन ग्लाइकॉल पाया। जांच में पाया गया कि “Coldrif Syrup” में 48.6% डाइएथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) था, जो स्वीकृत लेवल 0.1% से सैकड़ों गुना अधिक था। शरीर में प्रवेश करने पर यह किडनी फेलियर, ब्रेन डैमेज और अंततः मृत्यु का कारण बन सकता है। हाल की  घटना से कम-से-कम 17 बच्चों की मौत हो चुकी है। 

प्रयागराज में कार्रवाई

स्वास्थ्य विभाग और ड्रग इंस्पेक्टर की टीमों ने सैंपल जुटाए और उन्हें लखनऊ की प्रयोगशाला भेजा जा रहा है। Coldrif को राज्य सरकार ने निषिद्ध कर दिया है, साथ ही इस दवा की आयात-निर्यात और सरकारी उपयोग को भी रोक दिया है। जिला प्रशासन ने फार्मेसियों, सरकारी और निजी अस्पतालों और जन औषधि केंद्रों से Coldrif और उसी निर्माता की अन्य दवाइयाँ जब्त करने का निर्देश दिया।

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उत्तर प्रदेश फूड सेफ्टी एण्ड ड्रग ऐड्मिनिस्ट्रैशन (FSDA) ने खाँसी सिरप के सैंपल की जाँच करने का एक अभियान शुरू किया है। केंद्र सरकार ने एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है और सभी राज्यों और ड्रग कंट्रोल विभागों को स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं।

 सारांश

“Coldrif Syrup” ने देश भर में दवा सुरक्षा पर फिर से चर्चा की है। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रयागराज प्रशासन से तेज, प्रमाणिक और सख्त कार्रवाई की उम्मीद है। नागरिकों को जागरूक रहना और बिना चिकित्सकीय सलाह के कोई दवा न लेना अब और भी महत्वपूर्ण हो गया है। यह मामला भी दवा उत्पादन और बिक्री पर सरकारी निगरानी की आवश्यकता को उजागर करता है।

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