मंगलवार, अप्रैल 29, 2025

सुप्रीम कोर्ट 25,000 शिक्षक भर्ती रद्द मामलें में, ममता बैनर्जी ने अध्यापकों के साथ देने और स्पष्टीकरण मांगा

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बंगाल सीएम ममता बैनर्जी एक बार फिर मुश्किल में पड़ती दिखाई दे रही है। सुप्रीम कोर्ट नें कोलकाता हाई कोर्ट द्वारा 2016 की पश्चिम बंगाल अध्यापक भर्ती रद्द करने के आदेश को बनाए रखा है। जिससे आने वाले चुनावों में इसके परिणाम देखने के आसार मिल रहे है। हालांकि ममता बैनर्जी ने भर्ती हुए शिक्षकों के साथ देने की बात कर रही है। 

वही इस निर्णय के बाद राजनीतिक पार्टियों में दोषारोपण शुरू हो गया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और केन्द्रीय मंत्री सुकान्त मजमुदार ने कहा राज्य सरकार को सीएम राहत कोष से जिनकी नौकरी चली गई है उन्हे मदद की जानी चाहिए। उन्होंने कहा की जिन्होंने इनसे पैसे लिए है उनकी संपती जब्त करनी चाहिए और उसको जिनकी नौकरी चली गई है बाँट देना चाहिए।

पश्चिम बंगाल अध्यापक भर्ती रद्द मामलें में सीएम ने कहा उन्हे टारगेट किया जा रहा है-

वहीं सीएम ममता ने कहा की किसी भी योग्य उम्मीदवार की नौकरी नही जाने देंगी। उन्होंने कहा की ऐसे ही सुप्रीम कोर्ट ने नीट की परीक्षा निरस्त नही की थी। जबकि भाजपा शासित में व्यापम घोटाले मी कोई एक्शन नही लिया जा रहा। ये पश्चिम बंगाल की प्रतिभा से डरे हुए है। इनको बताना पड़ेगा की आखिर बंगाल को ही क्यूँ टारगेट किया जा रहा है।  

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सीएम ने अध्यापकों का साथ देते हुए कहा, “हम सर्वोच्च न्यायालय से स्पष्टीकरण चाहेंगे। यदि नहीं, तो हम आपके साथ खड़े होंगे और कोई समाधान खोजेंगे। यदि आप दो महीने तक परेशान रहेंगे, तो आपको दो दशक तक परेशान नहीं होना पड़ेगा। और उन दो महीनों का मुआवजा भी मैं दूंगा। आपको भीख मांगनी नहीं होगी।”

पश्चिम बंगाल अध्यापक भर्ती रद्द करने के मामलें में कोर्ट ने करना बताए –

वहीं सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश ने कहा है की अध्यापक भर्ती में धांधली होने के बावजूद इसे बचाने की कोशीश की जा रही थी। जिसकी वजह से इसे रद्द करना पड़ रहा है। पहला कारण देते हुए न्यायाधीश ने कहा की रैंक की छेड़छाड़ की गई है। जिससे कम रैंक वाले ऊपर आ गए जबकि अधिक रैंक वाले नीचे हो गए। दूसरा कारण में बाहर से लोगों की नियुक्ति कर ली गई थी जबकि वो उम्मीदवार पैनल में शॉर्टलिस्ट नही किया गया था। जबकि तीसरा कारण में पश्चिम बंगाल एसएससी द्वारा नियुक्त नही किया गया था। जबकि चौथे कारण में ओएमआर शीट को बदल दिया गया था। 

कोर्ट ने आदेश दिया है की जांच में जो उम्मीदवार दोषी नही पाए जाएंगे उन्हे वेतन लौटने की जरूरत नही है। परंतु उनकी सेवाएं निरस्त कर दिया जाएंगी। जबकि सीएम ममता बैनर्जी ने कहा की “आपके लोग हर जगह हैं। लेकिन मुझे निशाना बनाने के लिए शिक्षकों से नौकरियाँ मत छीनिए। याद रखिए, घायल बाघ ज़्यादा ख़तरनाक होता है। यह हमारी सरकार पर हमला है।”

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