इस अक्टूबर में, UP RERA नें 35 रियल एस्टेट परियोजनाओं को मंजूरी दी, जिनका अनुमानित ₹9,000 करोड़ का निवेश होगा। यह बस एक संख्या नहीं है। यह संकेत है कि उत्तर प्रदेश में रियल एस्टेट क्षेत्र में परिदृश्य बदल रहा है, विकास की गति बढ़ रही है। UP RERA 35 परियोजनाएं मंजूरी से घर-कार के सपने और वाणिज्यिक विस्तार दोनों को नए आयाम मिल रहे हैं।
क्या मिली है मंजूरी और कहां-कहां?
एक महीने में UP RERA ने 35 परियोजनाएं स्वीकृत कीं, जिनका संयुक्त निवेश लगभग ₹9,000 करोड़ है। इन परियोजनाओं में राज्य के छोटे और मझोले शहर-एज भी शामिल हैं जैसे – अयोध्या, झांसी, मोरादाबाद, लखनऊ, प्रयागराज इत्यादि।
उदाहरण के लिए, अक्टूबर के पहले सप्ताह में आठ परियोजनाओं, जिनमें लगभग 3,005 आवासीय और वाणिज्यिक परियोजनाएं बन रही थीं, को ₹1,948 करोड़ का निवेश मंजूर किया गया था।
क्यों मायने रखती है यह मंजूरी?
- इससे स्पष्ट संकेत मिलता है कि यूपी का रियल एस्टेट क्षेत्रीय संतुलन की ओर बढ़ रहा है और सिर्फ बड़े शहरों तक सीमित नहीं है।
- निवेश का इतना बड़ा स्तर निवेशकों को राज्य-सरकार की नीतियों और नियमों पर अधिक भरोसा दिलाता है।
- परियोजनाओं की मंजूरी अब “स्वीकृति”, “विकास की दिशा”, “नियमन में विश्वास” और “भविष्य-दृष्टि” का प्रतीक बन गई है।
सारांश
UP RERA द्वारा एक महीने में 35 नवीन परियोजनाओं को मंजूरी देना, ₹9,000 करोड़ के निवेश के साथ उत्तर प्रदेश में रियल एस्टेट क्षेत्र की गति, निवेश-विश्वास और विकास-फोकस को नया आयाम दे रहा है।
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