शहर के सबसे व्यस्त पुलों में से एक है शास्त्री पुल, जो प्रयागराज को वाराणसी और पूर्वांचल क्षेत्रों से जोड़ता है। रोजाना 50 से 60 हजार छोटे और बड़े वाहन इस पुल पर गुजरते हैं। हाल ही में मरम्मत का काम नवंबर 2025 में शुरू करने की योजना बनाई गई थी, लेकिन प्रशासनिक और आंतरिक कारणों से यह स्थगित हो गया है। पुल पर आवागमन करने वाले लोगों को इस फैसले से बहुत राहत मिली है।
शास्त्री पुल मरम्मत स्थगित होने का कारण और विवरण
लोक निर्माण विभाग ने इस पुल की एक लेन को मरम्मत के लिए तीन नवंबर से बंद करने का प्रस्ताव रखा था, जो 28 नवंबर तक चलने वाला था। पुल की मरम्मत के कारण एक लेन बंद होने से भारी ट्रैफिक जाम होने की आशंका थी।
हालाँकि, माघ मेला और अन्य धार्मिक उत्सवों के चलते, प्रशासन ने यह निर्णय लिया कि पुल की मरम्मत फरवरी 2026 में की जाएगी। यात्रियों को इस दौरान कोई परेशानी नहीं होगी, इसलिए पुल के दोनों लेन पूर्व की तरह खुले रहेंगे।
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता नवीन शर्मा ने बताया कि अधिक ओवरलोड वाहनों ने पुल की सडक़ और बेयरिंग को क्षतिग्रस्त कर दिया है, इसलिए पुल की आवश्यक मरम्मत की आवश्यकता थी। फिलहाल, भीड़ और जाम से बचने के लिए मरम्मत टाल दी गई है।
शास्त्री पुल का महत्व और इतिहास
शास्त्री पुल प्रयागराज-वाराणसी राजमार्ग का एक प्रमुख हिस्सा है। यह गंगा नदी के ऊपर है, जिसके माध्यम से बहुत से वाहन गुजरते हैं। पुल लगभग 2200 मीटर लंबा है। इसके बिना यातायात पूरी तरह प्रभावित हो सकता है, इसलिए समय पर और सही ढंग से मरम्मत करनी चाहिए।
पुल खराब होने पर वाहनों की लंबी कतारें लगती हैं, जो यातायात को बाधित करती हैं। ओवरलोड वाहनों के कारण पिछले कुछ वर्षों में पुल की हालत खराब हो गई है, इसलिए इसे सुधारना अनिवार्य है।
सारांश
प्रयागराज के शास्त्री पुल की मरम्मत का स्थगन प्रशासन के पूर्वव्यापी और तार्किक फैसलों का परिणाम है। माघ मेला और भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए पुल की मरम्मत फरवरी 2026 तक टाल दी गई है। इस निर्णय से यात्रियों और स्थानीय जनता को भारी राहत मिली है और आवागमन बिना रुके जारी रहेगा। मरम्मत कार्य हेतु पुल की सड़क और संरचना की निगरानी जारी रहेगी ताकि सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
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