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सोमवार, नवम्बर 10, 2025

सऊदी अरब में फंसे प्रयागराज निवासी की गुहार: “मैं मर जाऊँगा, मदद करो”

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“भइया, ये वीडियो इतना शेयर करो कि प्रधानमंत्री तक पहुंच जाए… मैं मर जाऊंगा, मुझे मेरी मां के पास भेज दो!” ये शब्द एक लाचार भारतीय युवक के हैं जिसने सऊदी अरब के रेगिस्तान से एक भावुक वीडियो जारी किया। प्रयागराज सऊदी अरब विडीयों में दिखने वाला शख्स उत्तर प्रदेश के प्रयागराज ज़िले का रहने वाला बताता है। 

प्रयागराज सऊदी अरब विडियो घटना का पूरा विवरण

विडियो के अनुसार, युवा ने खुद को प्रयागराज के हंडिया प्रतापपुर का निवासी बताया और कहा कि “कपिल नाम का व्यक्ति उसका पासपोर्ट लेकर बैठा है और उसे मारने की धमकी दे रहा है।”वीडियो में पीछे एक ऊंट दिखाई देता है और वह व्यक्ति स्पष्ट रूप से घबराया हुआ प्रतीत है। उसने कहा कि उसके पास कोई नहीं है और उसे वापस घर जाना है। 24 घंटे के भीतर इस वीडियो को 1.7 लाख से अधिक लोगों ने देखा।

दिल्ली की वकील कल्पना श्रीवास्तव ने यह वीडियो एक्स (पहले ट्विटर) पर साझा करते हुए विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर को टैग किया। और उन्होंने लिखा “माननीय विदेश मंत्री कृपया तत्काल संज्ञान लें, प्रयागराज हंडिया प्रतापपुर का एक युवक सऊदी अरब में फंसा है।”

भारतीय दूतावास (रियाद) ने कहा कि वे व्यक्ति को खोजने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वीडियो में स्थानीय पता, नियोक्ता का नाम या संपर्क नंबर नहीं दिए गए हैं, इसलिए कार्रवाई सीमित है।

दूतावास ने ट्वीट किया “@Lawyer_Kalpana कृपया वीडियो के स्रोत से अधिक विवरण प्राप्त करें ताकि व्यक्ति की पहचान और स्थान का पता लगाया जा सके।”  साथ ही, उन्होंने प्रयागराज प्रशासन से जिलाधिकारी (DM) और पुलिस (SP) से अनुरोध किया कि वे युवक के परिजनों से संपर्क करने और उन्हें जानकारी दें। वहीं सऊदी अरब के पूर्वी प्रदेश की पुलिस ने इस दावे को “व्यू बढ़ाने के लिए किया गया कंटेंट” बताया है और कहा कि यह दावा “बेसलेस” है।

मामले की पृष्ठभूमि

भारतीय मूल के बहुत से प्रवासी कामगार खाड़ी देशों में नौकरी की तलाश में जाते हैं, लेकिन पासपोर्ट ज़ब्त किए जाने या अनुबंधों के उल्लंघन की खबरें आती रहती हैं।  सऊदी अरब में भारतीय दूतावास अक्सर ऐसे मामलों में हस्तक्षेप करता है, जहां भारतीय नागरिकों को बंधक बनाकर काम कराया जाता है या उनके साथ धोखाधड़ी होती है।

विशेषज्ञों ने इस मामले में भी “कफाला सिस्टम” जैसे दुरुपयोगों की आशंका व्यक्त की है। इस प्रणाली में पासपोर्ट जब्त होना आम है क्योंकि कर्मचारी नियोक्ता के नियंत्रण में सीमित अधिकार रखते हैं।

सारांश

प्रयागराज के इस युवक की भावुक गुहार ने पूरे भारत को झकझोर दिया है। सरकार ने जांच और खोजबीन शुरू कर दी है, पर जब तक पहचान और सटीक स्थान की पुष्टि नहीं होती, मदद मिल पाना कठिन होगा। प्रयागराज सऊदी अरब विडियो घटना हमें याद दिलाती है कि विदेश जाने से पहले हर व्यक्ति को अपने दस्तावेज, नियोक्ता और अनुबंध की जानकारी सत्यापित माध्यमों से जांचनी चाहिए।

प्रयागराज नगर निगम को 8 से 4 जोन में विभाजित करने की है योजना।  

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