बुधवार को महादेव एप्प घोटाले के मामले कॉंग्रेस नेता और पूर्व सीएम भूपेश बघेल के घर पर छापा मारा। यह प्रक्रिया रिपोर्ट दर्ज होने के दो महीने बाद की गई। बताया जाता है की यह 6000 करोड़ के सट्टेबाजी की जांच चल रही है। छत्तीसगढ़ सरकार के अनुरोध पर इस मामले को दर्ज किया गया था।
छतीसगढ़ पुलिस ने 4 मार्च को भूपेश बघेल को आरोपी बनाया था। साथ ही इस एप्प के संस्थापक सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के खिलाफ भी जांच चल रही है। ये इस समय देश से फरार है और उम्मीद की जा रही है की ये संयुक्त अरब अमीरात में शरण लिए हुए है।
सीबीआई ने इन प्राथमीकियों को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने जानकारी दी है कई रायपुर और भिलाई में सीएम के आवास पर छापेमारी की गई है। इसके अलावा एक पुलिस अधिकारी और उनके सहयोगियों के आवासों पर भी छापेमारी की गई। इसके जवाब में इन्होंने भाजपा पार्टी द्वारा इस मामले में जबरन घसीटने की कोशिश बताया है।
सीबीआई के छापेमारी को भी इन्होंने कॉंग्रेस के अहमदाबाद में होने वाली बैठक मे ना शामिल होने की साजिश बताया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया,“अब सीबीआई आ गई है। आज पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आगामी 8 और 9 अप्रैल को अहमदाबाद (गुजरात) में होने वाली एआईसीसी बैठक के लिए गठित ‘ड्राफ्टिंग कमेटी’ की बैठक के लिए दिल्ली जाने वाले हैं।”
पूर्व सीएम भूपेश बघेल के घर शराब घोटाले मामलें में भी मारा गया था छापा –
शराब घोटाले मामले में दुर्ग जिले में प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) ने छापेमारी की थी। जिसमें पूर्व सीएम और उनके बेटे के घर से कैश बरामद हुए थे। प्रवर्तन निदेशालय को सीएम के घर से 30 लाख का कैश भी निकला है। जिसको उन्होंने खेती, डेयरी और पारिवारिक बचत का स्रोत बताया था। अधिकारियों के अनुसार यह घोटाला 2100 करोड़ का है जिसमें राज्य के कोश पर काफी प्रभाव पड़ा है।
उन्होने दावा किया कई शराब सिंडीकेट में शामिल लोगों ने विभिन्न योजनाओं के जरिए यह घोटाला किया है। इसके अलावा जांच में अभी तक यह पता चला है की ये सिंडीकेट 2019-22 के बीच चलन में थे। जिसमें कई अवैध कमीशन बने थे।
देखिए कुनाल कामरा के विडिओ से महाराष्ट्र राजनीति से जुड़ी खबर –