प्रयागराज के मिशन शक्ति अभियान के जरिए समृद्धि राय को एक दिन की प्रधानाचार्या की भूमिका दी गई। ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज की मेधावी छात्रा समृद्धि को प्रधानाचार्या का पदभार दिया गया। यह पहल छात्राओं के लिए आत्मविश्वास, नेतृत्व और प्रशासन का शानदार अवसर साबित हुई है।
समृद्धि राय प्रधानाचार्या जिम्मेदारी और अनुभव
सुबह लगभग 9 बजे, समृद्धि राय ने प्रधानाचार्या की जिम्मेदारी संभाली। स्कूल से संबंधित दस्तावेजों के साथ-साथ स्कूल प्रशासन की योजना भी उनकी मेज़ पर थी। उन्होंने प्रार्थना सभा को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को आत्मरक्षा और शिक्षा पर विशेष ध्यान देना चाहिए। बाद में उन्होंने प्रयोगशाला, पुस्तकालय और कक्षाओं का निरीक्षण किया और छात्रों से उनकी समस्याओं की चर्चा की।
शिक्षकों के साथ बैठक की और छात्रों की सुरक्षा के लिए एंटी-टीजिंग स्क्वॉड बनाने और कानूनी जागरूकता शिविरों की व्यवस्था पर बल दिया। नियमित करियर मार्गदर्शन सत्र आयोजित किए जाएँ और छात्राओं की सुरक्षा पर अधिक ध्यान दिया जाए।
विद्यालय के वास्तविक प्रधानाचार्य विक्रम बहादुर सिंह परिहार ने इस पहल की प्रशंसा की और कहा कि इससे विद्यार्थियों में नेतृत्व की भावना बढ़ेगी।
सारांश
एक दिन में प्रयागराज की समृद्धि राय को प्रधानाचार्य बनाना सिर्फ एक रस्मी नाम नहीं है। यह एक स्पष्ट संकेत है कि शिक्षा व्यवस्था अब छात्रों को भागीदारी, निर्णय लेने और नेतृत्व करने के लिए प्रेरित करना चाहती है। यह पहल मिशन की शक्ति का विचार बदल देती है। यह सिर्फ एक दिन की जिम्मेदारी है, लेकिन इसका दूरगामी असर छात्राओं के मनोबल, विद्यालय संवाद और नेतृत्व कौशल पर हो सकता है।
प्रयागराज में iiit-इलाहाबाद की नई पहल।

