केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा रिपोर्ट राष्ट्रीय हरित अभिकरण को सौंपी गई थी। जिस पर सीएम योगी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “त्रिवेणी पानी की गुणवत्ता पर संदेह है। पानी को शुद्ध करने के बाद, संगम और उसके आसपास के सभी पाइप और नालों को टेप कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पानी की गुणवत्ता को लगातार देखता है। आज की रिपोर्ट के अनुसार, संगम में बीओडी 3 से कम है और घुलित ऑक्सीजन 8-9 है। इसका अर्थ है कि संगम का पानी न केवल स्नान करने के लिए बल्कि ‘आचमन’ करने के लिए भी अच्छा है।
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड(cpcb) नें सोमवार को राष्ट्रीय हरित अभिकरण(NGT) को यह रिपोर्ट सौंपी थी। और बताया था की गंगा का पानी प्राथमिक रूप से फेकल कॉलीफॉर्म बैक्टीरीया की उपस्थिति के कारण स्नान योग्य नहीं है। फेकल बैक्टीरीया जानवरों और मनुष्यों की आंतों में पाया जाता है। ये मनुष्य एवं जानवरों के मल के द्वारा वातावरण में पहुचते है। यह रोगाणु उत्पन्न करते है। जिसके कारण हैजा, डायरिया, टाइफाइड जैसे रोग हो सकते है।
एनजीटी की पीठ ने उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को फटकार लगाया था की ऐसा लग रहा आप दबाव में काम कर रहे है। साथ ही उन्होंने कहा की सीवेज का पानी लगतार नदियों मे जा रहा है उसका उपाय क्यों नहीं किया गया।

आज विधानसभ में महाकुंभ के बारें में बोल रहे थे। उन्होंने कहा आज दोपहर तक के डेटा के हिसाब सए अब तक 56 करोड़ 25 लाख श्रद्धालु स्नान कर चुकी है। सीएम योगी ने कहा की ऐसा दुष्प्रचार किया जा रहा है कि संगम का पानी दूषित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह न सिर्फ धर्म, महाकुंभ या सनातन मेे आस्था रखने वाले करोड़ों लोगों ने स्नान किया उनका अपमान है।
उन्होंने कहा, “ये आयोजन किसी पार्टी विशेष का नहीं है, किसी सरकार का नहीं था। मै तो बार-बार ये कहता रहा हूँ की ये आयोजन समाज का है, सरकार पीछे है। सरकार सहयोग के लिए अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करने के लिए एक सेवक के रूप में वहाँ पर हैं। और एक सेवक के रूप मे उस उत्तरदायित्व को निर्वहन करने की जिम्मेदार है और उसके लिए हमलोग तत्परता के साथ अपने जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगे। क्योंकि हमें अपने जिम्मेदारियों का एहसास है।”
साथ ही आगे बात करते हुए सीएम बोले,”हमें सनातन परंपराओं के प्रति अगाध श्रद्धा का भाव है। और उन श्रद्धाओं को सम्मान देना हमारा दायित्व है और वो हमारा सौभाग्य है की इस सदी के महाकुंभ के साथ हमारी सरकार के जुड़ने का अवसर प्राप्त हुआ। और आयोजन के प्रति तमाम अफवाहों तमाम प्रकार का दुष्प्रचार को दरकिनार करते हुए देश और दुनिया ने इस आयोजन के साथ सहभागी बनके इस सफलता के शिखर पर पहुंचाया है।”
न्होंने हुई मौनी अमावस्या की घटना या कन्ही भी हुई घटना में मृतकों को श्रद्धांजलि दी। और साथ ही कहा की हमारे उनके परिवार के साथ सवेंदनाएं है। पर इसका राजनीतिकरण करन उचित नहीं है।