शहरी विकास को एक नई दिशा देने के लिए प्रशासन ने प्रयागराज में नए फ्लाईओवर और रिवरफ्रंट विकास परियोजनाओं का ऐलान किया है। सिविल लाइंस, हनुमान मंदिर, लोसेआ और कीडगंज में जाम की समस्या को दूर करने के लिए फ्लाईओवर बनाए जाएंगे। साथ ही नया यमुना पुल से किला घाट तक लगभग दो किलोमीटर लंबा रिवरफ्रंट पर्यटकों को आकर्षित करेगा। यह परियोजना प्रयागराज के भविष्य को बदलने वाली है, जो नगर निगम और स्मार्ट सिटी मिशन द्वारा संचालित होगी।
प्रयागराज में नए फ्लाईओवर और रिवरफ्रंट प्रोजेक्ट
सिविल लाइंस हनुमान मंदिर, लोसेआ, एकलव्य चौराहा और स्टेनली रोड पर फ्लाईओवर बनाने की योजना बनाई गई है। शहर का सबसे लंबा फोर-लेन फ्लाईओवर, स्टेनली रोड से कलश चौक तक होगा। जिसकी लागत लगभग ₹125 करोड़ का होगी। फ्लाईओवर को सिक्सलेन हाईवे से जोड़ने की योजना है, जिससे बाहरी जिलों से ट्रैफिक शहर के केंद्र तक आसानी से पहुंच सकेगा।
एनएचएआई और लोक निर्माण विभाग की एक संयुक्त टीम इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) को अंतिम रूप दे रही है। निर्माण कार्य को 3-4 वर्षों तक पूरा करने का लक्ष्य है।
रिवरफ्रंट प्रोजेक्ट – “मरीन ड्राइव” जैसी शानदार योजना
- यह रिवरफ्रंट, जो गंगा किनारे नए यमुना पुल से किला घाट तक बनेगा, प्रयागराज की पर्यटक पहचान को एक नया आयाम देगा।
- इस रिवरफ्रंट की दूरी लगभग दो किलोमीटर होगी, जिसमें कंक्रीट पाथवे, बेंच और सेल्फी प्वाइंट बनाए जाएंगे।
- इस क्षेत्र को मनकामेश्वर मंदिर, अक्षयवट और लेटे हनुमान मंदिर के धार्मिक गलियारों से सीधे जोड़ा जाएगा, जिससे श्रद्धालु पैदल यात्रा कर सकेंगे।
समापन
प्रयागराज प्रशासन का लक्ष्य सिर्फ बुनियादी ढांचे को सुधारने का नहीं है, बल्कि शहर को आधुनिकता से जोड़ने का भी है। यह प्रोजेक्ट की असली तस्वीर है कि फ्लाईओवर से ट्रैफिक जाम से मुक्त सड़क और रिवरफ्रंट से धर्म, संस्कृति और पर्यटन का संगम है। यह शहर भविष्य में देश के सबसे बड़े शहरी नगरों में शामिल होगा और “स्मार्ट, सस्टेनेबल और सांस्कृतिक रूप से जीवंत प्रयागराज” बन जाएगा।
प्रयागराज में Ayushman Arogya Mandir के बनने से स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच हुई आसान।

